Wilhelm Conrad Roentgen जन्म 27 मार्च 1845 को जर्मनी के Lennep में हुआ | वो अपने माता पिता की इकलौती संतान थे | 8 Nov 1895 ये Germany की Wurzburg University मैं अपनी Physics Laboratory में Cathode Ray Tube पर काम कर रहे थे
W.C. Roentgen
वें अपनी पूर्ण अंधकार युक्त लेबोरेटरी में क्रुक्स ट्यूब को
ब्लैक फोटोग्राफिक पेपर से पूर्णतः ढक क्रुक्स किरणों के प्रभाव का अध्ययन
कर रहे थे I उनसे कुछ दुरी पर एक बेंच पर एक प्लेट रखी थी जिस पर बेरियम प्लटिनोसाइनायड (Barium Platinocynide ) नामक फ्लोरोसेंट (Fluorescent ) मटेरियल का लेप चढ़ा था |
अपने प्रयोग के दौरान Roentgen ने Fluorescent Plate को चमकते देखा जबकि वहां अन्य कोई भी श्वेत प्रकाश (Visible Light) का कोई स्त्रोत नहीं था I उन्होंने देखा की प्लेट को Crooks Tube के पास लाने चमक बढ़ती हैं तथा दूर ले जाने पर चमक घटती हैं तथा अधिकतर वस्तुओं से गुज़र जाती हैं I उन्होंने उन अज्ञात किरणों को X-Ray नाम दिया, जो प्लेट के चमकने के लिए जिम्मेदार थी I यहाँ ' X ' का अर्थ अज्ञात था I
उन्हें इन नयी किरणों की खोज लिए सन् 1901 का Physics का प्रथम Nobel Prize दिया गया I
Bertha's Hand X-Ray
उन्होंने सबसे पहला Medical X-Ray लिया, जो उनकी पत्नी बर्था(Bertha )
के हाथ का X-Ray था I उन्होंने X-Ray की खोज के एक महीने के अंदर क X-Rays
की लगभग सारी Properties का पता लगा लिया था जो आज हम जानते हैं |
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