HYSTERESIS LOSSES (शैथिलिय हानि)
ट्रांसफर कोर लैमिनेटेड आयरन की बानी होती है जो की एक magnetic material है | एक आदर्श ट्रांसफार्मर की प्राथमिक कुंडली पर लगाई गई शक्ति हमें पूर्ण रूप से सेकंडरी कोइल पर प्राप्त होती है | लकिन व्यवहारतः ऐसा ट्रांसफार्मर नहीं पाया जाता है जिसकी दक्षता 100% हो अर्थात प्राथमिक कोइल पर लगाई पूरी शक्ति सेकेंडरी पर मिल जाये | ये ऊर्जा ह्रास कई रूपों में होता है | जैसे भंवर धारा (Eddy current) का बनना, कॉपर लॉसेस, फ्लक्स लीकेज व शैथिलिय हानि (hysteresis loss) आदि |
HYSTERESIS LOSSES
ट्रांसफार्मर कि प्राइमरी पर AC current आरोपित किया जाता है तो एक साइकिल में ट्रांसफार्मर की मैग्नेटिक मैटेरियल की बनी कोर दो बार चुंबकित (magnetized) होती है | जैसे ही AC current की दिशा परिवर्तित होती है इस चुंबकिय क्षेत्र की दिशा भी परिवर्तित होती है |
इस दिशा परिवर्तन के दौरान कोर के एटम में आणविक घर्षण (molicular friction) के कारण कुछ एनर्जी का ह्रास होता है यही शैथिलिय हानि (hysteresis loss) कहलाता है | इसे एक उपयुक्त धातु के चुनाव से काम कर सकते है जैसे की Mu-metal | यह धातु एक लौहचुंबकिय मिश्र धातु की बानी होती है जिसमे 78% Nickle, 17% Iron तथा 5% Copper होता है | इसकी पारगम्यता (permeability) बहुत ज्यादा होती है |
इस दिशा परिवर्तन के दौरान कोर के एटम में आणविक घर्षण (molicular friction) के कारण कुछ एनर्जी का ह्रास होता है यही शैथिलिय हानि (hysteresis loss) कहलाता है | इसे एक उपयुक्त धातु के चुनाव से काम कर सकते है जैसे की Mu-metal | यह धातु एक लौहचुंबकिय मिश्र धातु की बानी होती है जिसमे 78% Nickle, 17% Iron तथा 5% Copper होता है | इसकी पारगम्यता (permeability) बहुत ज्यादा होती है |
What is Hysteresis losses
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