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INTRAVENOUS PYLOGRAPHY

IVP जिसे intravenous pylography भी करते हैं | इसमे Kidney, ureters तथा Bladder system की एक्स-रे radiograph कि सीरीज ली जाती है |


Indication

यह यूरिनरी ट्रैक्ट की सस्पेक्टेड पैथोलॉजी का पता लगाने के लिए किया जाता है, यह किडनी की फंक्शनिंग का पता लगाने के लिए भी किया जाता है । इसके द्वाराKidney stone तथा hydronephrosis का पता लगाया जाता है |


Contraindications

इसमें एक कैथेटर की सहायता से कंट्रास्ट मीडिया पेशेंट की vein में इंजेक्ट किया जाता है, कई बार इस कंट्रास्ट मीडिया से पेशेंट को एलर्जी हो जाती है | अतः अगर पेशेंट को वॉटर सॉल्युबल कंट्रास्ट मीडिया से एलर्जी हो तो यह टेस्ट नहीं किया जाता है | 
यद्यपि इन एडवर्स रिएक्शन की ओवरऑल रेट कम होती है | 
प्रेगनेंट वूमेन की आईवीपी टेस्ट नहीं किया जाता है,  क्योंकि इसमें नॉन आयनिक रेडिएशन,  एक्स रेज का उपयोग होता है,  जो अनबॉर्न बेबी के लिए हानिकारक होता है | वह पेशेंट जिसे ज्ञात  किडनी डिजीज या किडनी फैलियर हो,  उनका आईवीपी टेस्ट नहीं किया जाता है |  क्योंकि कंट्रास्ट मीडिया के कारण किडनी फंक्शन खराब हो सकता है | 
बुजुर्ग पेशेंट तथा वे पेशेंट जो डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर,  हार्ट डिजीज से पीड़ित है, या पेशेंट डिहाइड्रेशन की अवस्था में  है,  उनमें कंट्रास्ट मीडिया के कारण किडनी फेलियर होने की संभावना होती है | 
कंट्रास्ट मीडिया कॉम्प्लिकेशन रोकने के लिए पेशेंट को किडनी फंक्शन को जांचने के लिए कुछ ब्लड टेस्ट यूरिया,  क्रिएटनीन करवाने को कहा जाता है,
तथा उनकी वैल्यूज को नार्मल रेंज से कंपेयर किया जाता है | 
डायबिटीज से पीड़ित पेशेंट जो मेटफार्मिन ले रहे हो को एग्जामिनेशन से 2 दिन पहले तथा 2 दिन बाद मेटफार्मिन लेना बंद करने को कहा जाता है |

CONTRAST MEDIA

इसमें एच ओ सी एम या एलओसीएम 370 कंट्रास्ट मीडिया उपयोग में लिया जाता है | 
लेकिन निम्न हाई रिस्क ग्रुप को यह सुनिश्चित किया जाता है कि वह एलओसीएम कंट्रास्ट मीडिया ही रिसीव करें - इन्फेंट्स स्मॉल चिल्ड्रन तथा एल्डरली पेशेंट्स | 
वे पेशेंट जिन्हे  रिनल या कार्डियक फेलियर हो | 
Poorly हाइड्रेटेड पेशेंट्स | 
वे  पेशेंट जिन्हे  डायबिटीज, myelometosis,  सिकल सेल एनीमिया हो | 
पेशेंट जिन्हे  पहले एलओसीएम से सीवियर कंट्रास्ट मीडियम रिएक्शन हो चुकी हो या कोई स्ट्रांग एलर्जी हिस्ट्री हो | एडल्ट को 50ml तथा बच्चों को 1ml पर किलोग्राम कंट्रास्ट मीडिया इंट्राविनसली दिया जाता है |

Patient Preparation

यह प्रोसीजर इमरजेंसी प्रोसीजर या आउटपेशेंट बेसिस पर किया जा सकता है | 
लेकिन अधिकांश केस  मैं यह इमरजेंसी बेसिस पर किया जाता है,  क्योंकि पेशेंट एब्डोमन तथा बैक पेन की कंप्लेन लेकर आता है | 
इन परिस्थितियों में बिना किसी बाउल प्रिपरेशन के यह टेस्ट किया जाता है | 
आउटपेशेंट प्रोसीजर में पेशेंट को एग्जामिनेशन के 5 घंटे पहले कुछ भी खाने से मना किया जाता है | 
पेशेंट को एग्जामिनेशन के 2 घंटे पहले अम्बुलेंट रखा जाता है,  ताकि बाउल गैस रिड्यूस हो सके | 
अगर पेशेंट को पहले से सीवियर कंट्रास्ट मीडिया एलर्जी हो तो एग्जामिनेशन के 12 घंटे वह 2 घंटे पहले orally  मिथाइल प्रेडनिसोलोन 32 एमजी दिया जाता है | 
तथा उसके बाद कंट्रास्ट मीडिया इंजेक्ट किया जाता है |

Preliminary Film

इसके लिए सु्पाइन फुल लेंथ एब्डोमन की एंटीरो पोस्टीरियर इमेज ली जाती है | 
कैसेट या इमेज रिसेप्टर को symphysis pubis  के लोअर लेवल पर रखा जाता है | 
तथा एक्स-रे बीम को iliac crist  लेवल पर मिडलाइन पर रखा जाता है | 
अगर रेडियोग्राफ संतोषजनक पाया जाए तो प्रोसीजर आगे जारी रखा जाता है | 

Technique

पेशेंट को एक्स-रे टेबल पर सु्पाइन लेटाया  जाता है | 19 जी नीडल की सहायता से एंटी क्यूबिटल वैन  में रेपिडली वॉलस  के रूप में कंट्रास्ट मीडिया डाला जाता है | 
इस दौरान वैन  में कंट्रास्ट मीडिया के स्टैसिस के कारण अपर आर्म या सोल्डर में पेन हो सकता है जो आर्म के एबडक्शन से दूर हो जाता है |

Films

इसमें अलग-अलग समय अंतराल पर कई रेडियोग्राफ लिए जाते हैं जो निम्न है-

Immediate Film

यह रिनल एरिया की एंटीरो पोस्टीरियर फिल्म होती है |  यह फिल्म 10 से 14 सेकंड बाद कंट्रास्ट मीडिया के आर्म से किडनी तक पहुंचने पर एक्सपोज की जाती है | 
यह फिल्म नेफ्रोग्राम देखने के लिए ली जाती है | 
इस दौरान कंट्रास्ट मीडिया रिनल tubules  में होता है, जो रिनल पैरेंकाइमा को opacified  बनाता है | 

5 minute film

यह भी रिनल एरिया की एंटीरो पोस्टीरियर फिल्म होती है | 
यह फिल्म कंट्रास्ट मीडिया एडमिनिस्ट्रेशन के 5 मिनट बाद ली जाती है,  इस फिल्म में यह देखा जाता है की excretion  सिमिट्रिकल है या नहीं | 
इसके पश्चात पेशेंट के एब्डोमन के चारों ओर एक कंप्रेशन बैंड बांधा जाता है, तथा बैंड के बैलून को एंटीरियर सुपीरियर इलिअक  स्पाइन के बीच में रखा जाता है | 
यह कंप्रेशन बैंड पेल्विक ब्रिम में यूरेटर्स को कंप्रेस कर देता है | 
अगर कोई रीसेंट एब्डोमिनल सर्जरी की गई हो,
या कोई रिनल्ट रोमा हो,
या लार्ज एब्डोमिनल  मास हो तो कंप्रेशन बैंड को नहीं बांधा जाता है | 
अगर 5 मिनट फिल्म में calyces  डिस्टेंडेड दिखाई दे तो भी कंप्रेशन बैंड अप्लाई नहीं करते हैं |

15 minute film

यह भी रिनल एरिया की एंटीरो पोस्टीरियर फिल्म होती है, इसमें डिस्टेंडेड पेलवी calyceal सिस्टम दिखाई देता है | संतोषजनक फिल्म प्राप्त होने पर कंप्रेशन बैंड को हटा दिया जाता है | 

Release film

कंप्रेशन बैंड को रिलीज करने के पश्चात यह फिल्म ली जाती है | 
यह सु्पाइन फुल लेंथ एब्डोमन की एंटीरो पोस्टीरियर इमेज होती है | 
इसे pre void फिल्म भी कहते है | 
यह फिल्म संतोषजनक प्राप्त होने पर पेशेंट को ब्लैडर को खाली करने के लिए कहा जाता है | 

After micturition film

इसे पोस्ट वोयड फिल्म भी कहते है | 
पहले की ली गई फिल्म की क्लीनिकल  तथा एब्डोमिनल फाइंडिंग के आधार पर यह फिल्म फुल लेंथ एब्डोमिनल या ब्लेडर की coned view  फिल्म हो सकती है | इसमें ट्यूब को 15 डिग्री कोडल एंगल दिया जाता है,
तथा सेंटरिंग symphysis pubis  के 5 सेंटीमीटर ऊपर रखा जाता है | 
यह फिल्म ब्लैडर की emptying  कैपेसिटी को बताती है | 
यह ब्लड ट्यूमर तथा यूरेटेरोवेसीकल जंक्शन  को डायग्नोज करने के लिए ली जाती है | 
किडनी यूरेटर ब्लेडर की 35 डिग्री पोस्टीरियर ऑब्लिक फिल्म एडिशनल फिल्म के रूप में ली जाती है | 
अगर  इमेज में सिर्फ एक ही किडनी दिखाई देती है तो 4 ऑवर, 12 ऑवर, तथा 24 ऑवर फिल्म भी ली जाती है | प्रोसीजर के पश्चात रेडियोलॉजिस्ट फिल्म काेरिव्यू करता है |







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