Indication
स्काइलाइन व्यू निम्न परिस्थितयो में लिया जा सकता हैं-
- Degenerative disease के लिए retro-patellar joint space का आकलन करना |
- घुटने में किसी तरह की मोच (lateral subluxation) का निर्धारण करना |
- Chondromalacia patellae को डायग्नोज़ करना |
- ट्रामा के दौरान पटेला में वर्टीकल फ्रैक्चर का पता लगाना |
- Supero-inferior (Merchant view)- beam directed downwards.
- Conventional infero superior (Laurin view)
Supero-inferior position-
इस व्यू में एक्सरे बीम गोनेड्स (जननांग) की तरफ नहीं होती हैं |
Position of patient and image receptor-
पेशेंट को एक्सरे टेबल पर बैठा देते हैं तथा अफेक्टेड नी (knee) को फ्लेक्स (flex) कर देते हैं | लेग को लगभग 45° तक फ्लेक्स करते है | ज्यादा फ्लेक्स करने से retro-patellar joint space कम हो जाता हैं | कैसेट को एक स्टूल पर हॉरिजॉन्टल पोजीशन में घुटने के निचे चित्रानुसार रख देते हैं |
SKYLINE SUPERO-INFERIOR VIEW |
Direction and Position of X ary Beam-
SKYLINE RADIOGRAPH |
Infero-superior position-
Position of patient and image receptor-
पेशेंट को एक्सरे टेबल पर बैठाते हैं तथा प्रभावित घुटने को 30° से 45°तक फ्लेक्स करते हैं | सपोर्ट के लिए नी के निचे पेड लगा दते हैं | कैसेट को पेशेंट को इस प्रकार पकड़ा देते हैं की वह फीमर के डिस्टल एन्ड के लगी रहे |
SKYLINE INFERO-SUPERIOR PROJECTION |
Direction and Position of X ary Beam-
एक्सरे ट्यूब को हॉरिजॉन्टल पोजीशन में रखते हैं | एक्सरे बीम डायरेक्शन क्रेनियल (Crainally) रखते हैं तथा सेंट्रिंग पटेला के अपैक्स पर करते हैं | 5-10° क्रेनियल एंगल दिया जाता हैं | बीम को पटेला तथा फेमोरल कॉनडायल पर कॉलिमटेड किया जाता है |
Great post full of useful tips! My site is fairly new and I am also having a hard time getting my readers to leave comments. Analytics shows they are coming to the site but I have a feeling “nobody wants to be first”.
जवाब देंहटाएंsupero shoes com