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PHOTOELECTRIC EFFECT




PHOTOELECTRIC EFFECT

यह एक all or none phenomenon होता है | इस interaction में incident photon orbit के bound electron से क्रिया करता है | इस समय फोटोन की ऊर्जा के एक भाग का उपयोग  इलेक्ट्रॉन (BE = EB) को ऑर्बिट से बाहर निकालने में होता है, तथा बाकी ऊर्जा (h𝒗 - EB) इलेक्ट्रॉन को kinetic energy के रूप में दे दी जाती है | 
इस प्रकार photon गायब हो जाता है तथा एक photoelectron उत्पन्न होता है | इस प्रकार इलेक्ट्रॉन के द्वारा उत्पन्न वैकेंसी को outer shell electron के द्वारा भरा जाता है तथा Characteristic X rays उत्पन्न होती है |   
Absorber के atomic number के बढ़ने के साथ साथ photoelectric effect बढ़ता है | 
PE ∝ Z3
अर्थात higher Z material लेने पर ऊर्जा का अवशोषण ज्यादा होता है | अतः रेडियोथैरेपी में Bones, Soft Tissue तथा Muscle की तुलना में ज्यादा ऊर्जा का अवशोषण करती है | इसलिए Orthovoltage Therapy में Bone Necrosis को कम करने के लिए Bone Shielding की जाती है | Photon की enargy बढ़ने के साथ-साथ Photoelectric Effect कम प्रभावी होता है, क्योंकि इससे अधिक इलेक्ट्रॉन, मुक्त इलेक्ट्रॉन की तरह व्यवहार करने लगते हैं |
Note  
Bound electron
जब photon की ऊर्जा interating electron  के बराबर या थोड़ी सी ज्यादा होती है तो bound या बद्ध इलेक्ट्रान कहलाता है | 
Free Electron
जब photon की ऊर्जा interacting electron से बहुत ज्यादा हो तो free electron कहलाता है |






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