AUTOMATIC BRIGHTNESS CONTROL
यह Fluoroscopy का एक फंक्शन होता है, जो कि kVp, mA या दोनों को automatically adjust करके fluoroscopic image की ओवरऑल performance को कंट्रोल करता है | इसके द्वारा मॉनिटर पर इमेज ब्राइटनेस को नियत रखा जाता है | यह एक feed back circuit होता है, जोकि आउटपुट स्क्रीन की लाइट इंटेंसिटी या वीडियो कैमरा सिग्नल का मापन करता है |
Image intensifier tube की light output को मॉनिटर करने के लिए एक फोटोमल्टीप्लायर ट्यूब या एक फोटोकैथोड काम में लिया जाता है | इसके संगत ब्राइटनेस में परिवर्तन होने पर उसे जनरेटर तक एडजस्टमेंट के लिए भेजा जाता है | Generator exposure rate को kVp, mA या दोनों को चेंज करके नियंत्रित करता है | इस एडजस्टमेंट के लिए output screen के central area की ब्राइटनेस को मापा जाता है |
ब्राइटनेस को kVp, mA दोनों से एडजस्ट किया जा सकता है, जो कि contrast तथा parient dose दोनों पर प्रभाव डालती है | एडजस्टमेंट के तीन तरीके निम्न अनुसार होते हैं -
- Change of kV at constant mA
- Change of mA at constant kV
- Change of both kV and mA
जब II tube की patient केthin part से thick part की और गति करती है तो kV बढ़ने से patient dose तथा contrast कम प्राप्त होता है | इसके अलावा जब mA बढ़ाया जाता है तो contrast अच्छा प्राप्त होता है तथा patient dose भी अधिक प्राप्त होता है |
सामान्यतया II tube की input dose rate को एडजस्ट करने के लिए सबसे पहले mA एडजस्ट किया जाता है | mA के अपनी अधिकतम सीमा तक पहुंचने पर input dose rate करने के लिए kV को एडजस्ट किया जाता है |
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