कैंसर 100 से अधिक विभिन्न बीमारियों का समूह हैं जो शरीर में कही भी विकसित हो सकती हैं | मानव शरीर में कोशिकाये (cells) शरीर की बेसिक यूनिट होती हैं | शरीर की आवश्यकता के अनुसार cells grow होती हैं तथा divide होती हैं | cells के डैमेज होने या पुरानी होने पर मृत हो जाती हैं तथा उनके स्थान पर दूसरी cells आ जाती हैं |
How does cancer starts ?
कार्सिनोजेनेसिस
एक बहु-चरण
प्रक्रिया है जिसमें
सेल की आनुवंशिक
सामग्री को नुकसान
होने से सेल
सामान्य से घातक
में बदल जाता
है। नुकसान धीरे-धीरे सेल
के ग्रोथ रेगुलेटरी सिस्टम में जमा
होता है।
कैंसर की शुरुआत
एक आनुवंशिक दोष
से होती है।
मानव के आनुवांशिक
कारक, जिसका अर्थ
है जीन, कोशिका
संरचनाओं में गुणसूत्र
कहलाते हैं। जीन
सेल कार्यों को
नियंत्रित करते हैं,
जैसे कि उनका
वितरण। यदि सेल
की नियामक प्रणाली
विफल हो जाती
है, तो जीन
परिवर्तन, या परिवर्तन
से गुजर सकते
हैं। एक एकल
आनुवंशिक दोष आमतौर
पर कैंसर का
कारण बनने के
लिए पर्याप्त नहीं
होगा। कैंसर तब
विकसित होता है
जब उत्परिवर्तन जीन
में होते हैं
जो कोशिका वृद्धि
और विभेदन को
विनियमित करने में
महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
तथाकथित कैंसर जीन एक
कोशिका के सामान्य
कार्यों को नियंत्रित
करने वाले जीन
होते हैं लेकिन
जो बस क्षतिग्रस्त
होते हैं।
कैंसर जीन दो
प्रकार के होते
हैं:
Oncogene
जो कैंसर पैदा करने वाले जीन हैं, जिनकी सक्रियता सेल ऊतक के एक बेकाबू वितरण का कारण बनती है |
जो कैंसर पैदा करने वाले जीन हैं, जिनकी सक्रियता सेल ऊतक के एक बेकाबू वितरण का कारण बनती है |
Tumour suppressor gene or Anti cancer Gene
इनका कार्य बंद होने से tumour होता हैं |
इनका कार्य बंद होने से tumour होता हैं |
सेल्स में जेनेटिक मेटेरियल लगातार डैमेज होता रहता हैं | लेकिन अपनी बॉडी लम्बे समय में एक डिफेन्स सिस्टम डेवेलप कर लेती हैं जो की इस डैमेज को रिपेयर कर देता हैं | अगर यह सिस्टम ब्रेक हो जाता हैं तो डैमेज हुई सेल अनियंत्रित रूप से बढ़ना शुरू कर देती हैं तथा कैंसर का कारण बनती हैं |
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